अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसा: 12 जून की वह मनहूस सुबह
12 जून 2025 की सुबह भारत के इतिहास में एक दुखद अध्याय बन गई, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा न केवल तकनीकी विफलता था, बल्कि सैकड़ों परिवारों के सपनों और रिश्तों के बिखरने की कहानी भी है।
✈️ 1. उड़ान जो लंदन तक नहीं पहुंची
एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद से लंदन गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी। लेकिन टेकऑफ के 30 सेकंड के भीतर ही इंजन में खराबी आई और विमान मेघानी नगर के पास स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से टकरा गया।
👥 2. 242 लोगों की जान थी दांव पर
विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स शामिल थे। इनमें से 241 की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा इतना भयावह था कि पहचान के लिए डीएनए टेस्ट की ज़रूरत पड़ी।
🌟 3. रोशनी सोनघारे: एक चेहरा जो अब यादों में रहेगा
इस हादसे में एयर इंडिया की फ्लाइट अटेंडेंट रोशनी सोनघारे की भी जान चली गई। रोशनी न सिर्फ एक कर्मठ कर्मचारी थीं, बल्कि एक ट्रैवल इन्फ्लुएंसर भी थीं, जिनके इंस्टाग्राम पर 54,000 से ज्यादा फॉलोअर्स थे। उनकी यात्राएं, मुस्कान और जिंदादिली अब केवल सोशल मीडिया की यादों में ही रह गई हैं।
🙏 4. 241 परिवारों का उजड़ जाना
इस हादसे में जिन लोगों की जान गई, वे केवल संख्या नहीं थे। वे किसी के माता-पिता, बच्चे, बहन-भाई, दोस्त और साथी थे। हर मौत के पीछे एक अधूरी कहानी, एक टूटा सपना और एक बेसब्र इंतजार है।
🌱 5. एकमात्र जीवित बचे: विश्वाश कुमार रमेश
पूरे हादसे में चमत्कारिक रूप से एकमात्र व्यक्ति, ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश, बच पाए। वह सीट 11A पर बैठे थे और मलबे के नीचे से किसी तरह बाहर निकल आए। इस हादसे में उनकी जान बचना एक चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा।
🏥 6. डीजे मेडिकल कॉलेज पर भी टूटा कहर
हादसे के दौरान विमान का मलबा डीजे मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग पर भी गिरा, जिससे वहां भी जान-माल का नुकसान हुआ। कई छात्र और स्टाफ बाल-बाल बचे।
🕊️ 7. शोक की लहर और संवेदनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारर सहित कई नेताओं, फिल्मी सितारों और आम नागरिकों ने सोशल मीडिया के ज़रिए शोक व्यक्त किया। बॉलीवुड कलाकार विक्की कौशल और जान्हवी कपूर ने हादसे को “विनाशकारी” बताते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
अब सवाल है: आगे क्या?
यह हादसा न सिर्फ भारत की विमानन सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है, बल्कि उन मानवीय भावनाओं को भी झकझोरता है जो हर उड़ान के साथ जुड़ी होती हैं—एक नई शुरुआत, उम्मीद, और अपनेपन की ओर लौटने की आस।
रोशनी सोनघारे जैसी मुस्कानें अब हमसे बहुत दूर हैं, लेकिन उनकी यादें और इस हादसे से मिले सबक हमारे साथ रहेंगे।
हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं जिन्होंने इस हादसे में अपनी जान गंवाई। और हम उम्मीद करते हैं कि ऐसी त्रासदी दोबारा कभी न हो।
🕯️ श्रद्धांजलि।