फादर्स डे पर पापा को खुश करने के लिए दिल्ली के पास ये हैं बेहतरीन जगहें
हर रोज़ सुबह की जल्दी, ऑफिस की मीटिंग्स, ट्रैफिक की थकावट और घर की जिम्मेदारियां… हमारे पापा ना जाने कब अपने लिए जीना भूल गए।
लेकिन एक मौका है — फादर्स डे।
इस बार क्यों न इस दिन को कुछ खास बनाया जाए? उन्हें एक छोटी-सी ट्रिप पर ले चलें, जहां न ऑफिस होगा, न फोन कॉल्स… बस वो, आप और कुछ पुरानी यादें।
1. अमरीक सुखदेव (मुरथल): स्वाद के साथ पुरानी यादों का तड़का
अगर आपके पापा को परांठे पसंद हैं (और किसके नहीं होते!), तो मुरथल के अमरीक सुखदेव से बेहतर जगह नहीं।
यहां का देसी घी वाला आलू परांठा और मीठी लस्सी, पापा को उनके कॉलेज के दिनों की याद दिला सकता है।
दिल्ली से सिर्फ डेढ़ घंटे की दूरी पर यह एक शानदार ब्रेकफास्ट गेटअवे है।
2. मोरनी हिल्स (हरियाणा): प्रकृति की गोद में चैन की सांस
अगर आपके पापा शांति और हरियाली पसंद करते हैं, तो मोरनी हिल्स एक बेहतरीन विकल्प है।
यहां की ताज़ी हवा, झील और पहाड़ पापा के चेहरे पर वही मुस्कान लौटाएंगे जो उन्होंने शायद सालों से छुपा रखी हो।
यह जगह कम भीड़-भाड़ वाली है, इसलिए बिल्कुल परफेक्ट है फादर्स डे के लिए।
3. हवेली धरमपुरा (पुरानी दिल्ली): शाही अनुभव और पतंगबाज़ी
पुरानी दिल्ली की तंग गलियों में बसी ये हवेली, आज एक लग्ज़री हेरिटेज होटल है।
यहां पापा को लेकर जाएं, छत पर उनके साथ पतंग उड़ाएं और देखें उनकी आंखों में लौटती बचपन की चमक।
साथ में ट्रेडिशनल खाना और मुगलई स्वाद एक शानदार अनुभव बना देंगे।
4. रणथंभौर नेशनल पार्क (राजस्थान): रोमांच और सुकून का मेल
अगर आपके पापा को एडवेंचर पसंद है, तो रणथंभौर एक दमदार ऑप्शन है।
यहां का टाइगर सफारी, जंगल की सैर और शांति से भरी रातें उन्हें ऑफिस के तनाव से पूरी तरह दूर ले जाएंगी।
दिल्ली से यहां ट्रेन या कार से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
5. शिमला (हिमाचल प्रदेश): वो पुरानी गर्मियों की यादें फिर से जिएं
शायद आपके पापा ने कभी आपको बताया हो कि वो बचपन में गर्मियों की छुट्टियों में शिमला जाया करते थे।
इस बार आप उन्हें वहीं ले जाएं।
मॉल रोड पर टहलना, गरमा-गरम कॉर्न खाना और पहाड़ों की ठंडी हवा में बातें करना… ये सब उन्हें उनकी जवानी की गलियों में वापस ले जाएगा।
क्यों खास है ये ट्रिप?
फादर्स डे महज़ एक दिन नहीं, ये उन एहसासों को ताज़ा करने का दिन है जिन्हें हम अक्सर भूल जाते हैं।
पापा ने हमें हर मोड़ पर सहारा दिया — अब हमारी बारी है कि हम उनके साथ कुछ यादें बना सकें।
अंत में…
इस फादर्स डे, कोई गिफ्ट नहीं, कोई शो-पीस नहीं… बस समय दें — वो समय जो उन्हें सबसे ज्यादा चाहिए।
एक छोटा सा ट्रिप, कुछ सुकून के पल और आपकी साथ मौजूदगी ही उनके लिए सबसे बड़ा तोहफा होगा।
इस बार पापा के लिए सफर बनाएं — यादों से भरा, मुस्कानों से सजा।
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